मुलताई। रामनवमी पर लाक डाऊन का असर ताप्ती तट के मंदिरों में देखने को मिला जिससे दोपहर 12 बजे भी ताप्ती तट जहां सूना नजर आया वहीं मंदिरों में गिने-चुने श्रद्धालुओं ने सुरक्षित अंतर रखकर राम जन्मोत्सव मनाया। पुलिस प्रशासन के एक जगह भीड़ जमा नहीं होने के आदेश के बाद ताप्ती तट स्थित मंदिरों में सिर्फ पुजारियों सहित उनके परिवार के लोग ही पहुंच तथा नगरवासियों ने घरों पर ही भगवान राम का पूजन कर राम जन्मोत्सव मनाया। इधर ठीक 12 बजते ही सूने ताप्ती तट पर मंदिरों के घंटे-घडिय़ालों की गूंज सुनाई देने लगी।
प्राचीन राम मंदिर, सत्य नारायण मंदिर, लक्ष्मीनारायण मंदिर, जगदीश मंदिर,ताप्ती मंदिर एवं गांधी चौक के राम मंदिर सहित अन्य मंदिरों में आरती प्रारंभ हो गई तथा घंटों, झांझ तथा ढोल की आवाज से पूरा ताप्ती तट गूंज उठा। जगदीश मंदिर के पुजारी संतोष शर्मा ने बताया कि लाक डाऊन के चलते सादगी से राम जन्मोत्सव मनाया जा रहा है तथा गिने-चुने लोग ही मंदिर पहुंचे हैं जो मंदिर में सुरक्षित अंतर से खड़े रहकर पूजन कर रहे हैं। उन्होने बताया कि दोपहर 12 बजे रामजन्मोत्सव होते ही विधि-विधान से भगवान का पूजन संपन्न किया गया प्रसादी का वितरण किया गया। प्राचीन राम मंदिर के पुजारी विश्वकसेन देशमुख ने बताया कि प्रतिवर्ष मंदिर में लगभग 10 दिन पूर्व से प्रतिदिन आयोजन संपन्न होते हैं लेकिन इस वर्ष प्रशासन के निर्देशों का पालन किया गया जिससे मंदिर में सिमित लोगों की उपस्थिति में ही आयोजन संपन्न हुए।
राम मंदिर अंदर हुई पूजा
रामनवमी पर नगर में गांधी चौक स्थित राम मंदिर का मुख्य द्वार बंद रहा लेकिन अंदर विधिवत पूजना संपन्न होते रहा। कुछ श्रद्धालुओं ने बाहर से ही भगवान की प्रतिमा के दर्शन किए। पुजारी दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि वर्तमान में लाक डाऊन किया गया है इसलिए सभी का कत्र्तव्य है कि वे इसका पालन करें। उन्होने बताया कि रामनवमी पर बाहर का द्वार बंद ही रखा गया है तथा दोपहर 12 बजे जन्मोत्सव पर विधि-विधान से भगवान राम का पूजन कर प्रसादी का वितरण किया गया।
02
Apr 2020
by kchurhey73